आँखों में गर्मी के कारण जलन हो या धूल मिट्टी से आँखों में तफलीफ़ हो तो
गुलाब जल से आँखे धोने से आराम मिलता हैं ,रतोंधी नाम की आँखों की बीमारी
के लिए गुलाबजल अचूक दवा का काम करता है , आंख में गुजली या दर्द होने पर
गुलाबजल डालने से आराम मिलता है।
वजन को कम करने के लिए आर्युवेद में भी गुलाब का इस्तेमाल किया जाता है।
अगर आप भी अपने बढ़ते वजन से परेशान है तो गुलाब की कुछ पत्तियाँ(करीब 2०)
को एक ग्लास पानी में डालकर उबालें। उबालने से पहले इन्हे साफ़ करना ना
भूले।आपको पानी को तब तक उबालना है जब तक पानी का रंग गहरा गुलाबी न लगने
लगे। फिर इसमें एक चुटकी इलायची पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाएं। अब इस
मिश्रण को छन्नी से छानकर दिन में दो बार लें। इसके सेवन से आपका वजन भी
कम होता है और तनाव भी दूर होने में मदद मिलती है।
गुलाब की पत्तियो को पीस कर, उसके रस में ग्लिसरीन में मिला कर , सूखे और
कटे-फटे होंठो पर लगाने से होंठ तुरंत चिकने और चमकदार हो जाते हैं ।
गुलाब में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट होता है। गुलाब की पंखुड़ियां से
बने गुलकंद खाने से हड्डियां मजबूत होती है। गुलाब के फूल को रोजाना
खाने से छाती रोग जैसे टी।बी। की बीमारी से पीड़ित रोगी को जल्दी से आराम
मिलता हैं।