योग के 10 लाभ | 10 benefits of yoga In Hindi

योगा सिर्फ एक व्यायाम या शरीर की कसरत नहीं है। योगा का इतिहास और फायदे इससे कहीं ज़्यादा हैं। ये पाँच हज़ार साल पुरानी भारतीय परंपरा है जो इन्सानो के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। योगा मन और दिमाग के सामंजस्य को महत्व देता है और जीवन में अच्छी सेहत के साथ मन की शांति भी लाता है। चलिये देखते हैं आपको योगा करने से क्या क्या फ़ायदें हो सकते हैं:

योगा तनाव को कम करता है:

जीवन में ऐसे कई क्षण आते हैं जो आपको गुस्सा, दुखी या चिंतित कर देते हैं। ऐसी स्थितियों में दिमाग में तनाव हो जाता है और हमारी साँसे और धड़कन तेज़ हो जाती है। योग में हमें प्राणायाम के द्वारा अपने मन और दिमाग पर संतुलन रखना सिखाया जाता है। इसमें कई तरह की सांस लेने की प्रक्रिया कराई जाती है जिससे हमारा मन शांत होता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।

कमर में दर्द, गले में दर्द, घुटने में दर्द या फिर सर में दर्द हो योगासन के अभ्यास से आप इन सभी दर्द से मुक्ति पा सकते हैं।

 

 योग रक्तसंचार को बेहतर करता ही है, साथ में रक्त में हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कणिकाओं की मात्रा को भी बढ़ाता है।रक्त संचार को बढ़ाती है, और स्वसन क्रिया से ख़ून में ज़्यादा मात्रा में ऑक्सीजन जाती है और आपका शरीर ज़्यादा ऊर्जावान महसूस करता है।

 

 खाज-खुजली की शिकायत हो या गठिया रोग हो, अगर मुक्ति पाना है योगासन का सहारा लीजिए।

 

 अगर आप निरंतर योगासन करते हैं तो झुरियों को खत्म कर सकते हैं और चेहरे पर चमक ला सकते हैं।

 

जिन लोगों को नींद ना आने की बीमारी है या जिन्हें बार-बार नींद से उठ जाने की आदत हो उन्हें भी योगासन करना चाहिए।

 योग से ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये LDL या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है। डायबिटीज रोगियों के लिए योग बेहद फायदेमंद है।

 

कुछ अध्यनों में पाया गया है कि कुछ योगासनो और मैडिटेशन के द्वारा आर्थराइटिस, बैक पेन आदि दर्द में काफी सुधार होता है और दवा जी ज़रुरत कम होती जाती है।

 

 प्राणायाम के द्वारा श्वास प्रश्वास की गति पर नियंत्रण होता है जिससे श्वसन संस्थान सम्बन्धित रोगों में बहुत फायदा मिलता है | दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों में तो प्राणायाम बहुत फायदेमंद है ही साथ ही इससे फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे शरीर की कोशिकाओं को ज्यादा ऑक्सीजन मिलने लगती है जिसका पूरे शरीर पर सकारात्मक असर पड़ता है |

 

वजन पर नियंत्रण

मोटापे की समस्या आम बात हो चुकी है। मोटापा अपने आप में बीमारियों की बड़ी वजह है। सूर्य नमस्कार, कपालभाति और प्राणायाम के जरिए मोटापे की समस्या से निजात पाया जा सकता है।योग के जरिए हम खान-पान की आदतों में सुधार ला सकते हैं। जहाँ एक तरफ योगासन मांस पेशियों को पुष्टता प्रदान करते हैं जिससे दुबला पतला व्यक्ति भी ताकतवर और बलवान बन जाता है वहीँ दूसरी ओर योग के नित्य अभ्यास से शरीर से फैट कम भी हो जाता है इस तरह योग मोटापा और दुर्बलता दोनों के लिए फायदेमंद है |

 

स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है, जब आप पूर्ण रूप से प्रसन्न रहते हैं तब आपके शरीर में रक्त संचार बढ़ जाता है और शरीर से विषाक्त तत्व बहार निकल जाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।

 

योग के नियम;

योग करने से पहले स्नान ज़रूर करें।

योग खाली पेट करें। योग करने से 2 घंटे पहले कुछ ना खायें।

आरामदायक सूती कपड़े पहनें।

तन की तरह मन भी स्वच्छ होना चाहिए — योग करने से पहले सब बुरे ख़याल दिमाग़ से निकाल दें।

किसी शांत वातावरण और सॉफ जगह में योग अभ्यास करें।

अपना पूरा ध्यान अपने योग अभ्यास पर ही केंद्रित रखें।

योग अभ्यास धैर्य और दृढ़ता से करें।

अपने शरीर के साथ ज़बरदस्ती बिल्कुल ना करें।

धीरज रखें। योग के लाभ महसूस होने मे वक़्त लगता है।

निरंतर योग अभ्यास जारी रखें।

योग करने के 30 मिनिट बाद तक कुछ ना खायें। 1 घंटे तक ना नहायें।

अगर कोई मेडिकल तकलीफ़ हो तो पहले डॉक्टर से ज़रूर सलाह करें।

अगर तकलीफ़ बढ़ने लगे या कोई नई तकलीफ़ हो जाए तो तुरंत योग अभ्यास रोक दें।

योगाभ्यास के अंत में हमेशा शवासन करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *