पैरों और पिंडलियों के दर्द का रामबाण इलाज

आजकल की बिजी लाइफ स्टाइल में मांसपेशियों में खिंचाव होना एक आम समस्‍या है, जी हाँ फ्रेंड्स हमारे शरीर में होने वाले कई प्रकार के दर्दों में से एक है पिंडली का दर्द| जिसे इंग्लिश में शिन पैन भी कहा जाता है, पिंडली में होने वाला दर्द अक्सर कई लोगों को परेशान कर सकता है| घूमते-फिरते पैर में दर्द होने लग जाना या सोते समय भी पिंडली में ऐंठन होने की वजह से हमे काफी परेशानी झेलना पड़ सकता है| अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो आपको कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ सकती हैं| दरअसल आजकल की व्यस्त दिनचर्या में लोगों के मांसपेशियों में खिंचाव होना बेहद आम बात हो गई है| मांसपेशियों में होने वाला खिंचाव ही पिंडलियों में होने वाले दर्द का कारण है| 

                                 आपको बता दें कि ये परेशानी ज़्यादातर रात में ही होती है| जी हाँ इसके अलावा पिंडली का दर्द उन लोगों में होने की संभावना ज्यादा होती है जो डेस्क जॉब से जुड़े हैं और एक्सरसाइज नहीं करते हैं|जी हाँ फ्रेंड्स अगर दर्द हल्का है तो वो खुद ब खुद कुछ घंटों में दूर हो जाएगा| लेकिन दर्द या पैन बहुत तेज होता है, और आराम करने के बावजूद बढ़ता ही जा रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें| क्यूंकि फ्रेंड्स हो सकता है कि यह किसी भयंकर बीमारी की चेतावनी हो| पैर के पिंडलियों में के दर्द में राहत पाने के लिए आप हमने बताये हुए घरेलू उपायों को आजमा सकते हैं,जी हाँ इन उपचारों को आजमानेसे आप अपने दर्द को काफी हद तक कम कर सकते हैं|

पैरों और पिंडलियों के दर्द को दूर करने के उपाय:

स्ट्रेचिंग की मदद से पिंडली दर्द को करें दूर:

स्ट्रेचिंग नियमित रूप से किए जाने वाले एक्सरसाइज का ही एक हिस्सा है| मांसपेंशियों के तनाव को दूर करने के सबसे कारगर तरीकों में से एक है| हमारे बॉडी की मजबूत और लचीली मांसपेशियों में चोट लगाने की चान्सेस काफी कम होती है| जी हाँ इसीलिए आप स्ट्रेचिंग की मदद से भी पिंडली के दर्द को दूर कर सकते हैं| इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये बहुत आसानी से उपलब्ध है| यानि आप अपने पिंडली के दर्द को एक दम कम करने के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कभी भी और कहीं भी कर सकते है|

हीट थेरपी:

पिंडली दर्द के दौरान हमारे शरीर की मांसपेशियों में जकड़न, मोच, ऐंठन जैसी प्रोब्लेम्स हो जाती हैं| हीट थेरेपी इन समस्यों का बहुत सुलभ उपाय है| हालांकि बहुत गंभीर चोट लगने पर ही इसका इस्तेमाल करें नहीं तो इससे सूजन में वृद्धि भी हो सकती है|

पानी पीना:

पानी हमारी मसल्स में नमी को बनाये रखने में मदद करता है। इसकी कमी से मांसपेशियों में जकड़न, दर्द  आदि हो सकता है, जो वर्कआउट के दौरान बाधा बन सकता है। इसके अलावा पानी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है। इसके लिए छोटे व्यायाम सत्र में थोड़ा-थोड़ा कर पानी पिएं। आपको दिन में भी थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहने की आदत डालनी चाहिए खासतौर पर सोने से पहले। क्योंकि सोते समय बॉडी तरल पदार्थों को काफी मात्रा में खोता है।इसीलिए जब आप नियमित मात्रा में पानी पिएंगे तो आपका पिंडलियों का दर्द बोहत जल्दी ही ख़त्म हो जायेगा|

तेल से मालिश करें:

मालिश करने से मांसपेशियों यानि मसल्स में रक्त परिसंचरण बढ़ जाता है और मांसपेशियों को गर्माहट मिलती है। साथ ही यह तरल पदार्थों को भी दूर करता है। जबकि तेल मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाता है। कई प्रकार के तेल जैसे पाइन, लैवेंडर, अदरक और पिपरमेंट आदि के तेल की मालिश से मांसपेशियों या फिर पिंडलियों का दर्द कम होता है और सूजन भी गायब होती है।या फिर फ्रेंड्स आप चाहे तो लौंग के तेल का इस्तेमाल भी कर सकते है,  लौंग का तेल का इस्तेमाल सर्दियों में औषधि के रुप में किया जा रहा है| खासकर लौंग के तेल को सिरदर्द, जोड़ों के दर्द, एथलीट फुट और पैरों के दर्द को दूर करने वाला एक अद्भुत तेल माना जाता है| पैरों के दर्द से राहत पाने के लिए लौंग के तेल से पैरों में धीरे-धीरे मालिश करें| बेहतर परिणाम के लिए दिन में दो से तीन बार इस तेल से अपने पैरों की मसाज करें|  

प्रोटीन:

मांसपेशियों के निर्माण और उसे ठीक करने के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है। प्रोटीन की कमी से भी मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। भारी-भरकम शारीरिक गतिविधियों के बाद शरीर में ऊर्जा यानि एनर्जी के स्तर को बनाये रखने के लिए मांसपेशियों को प्रोटीन की जरूरत होती है। ऐसे में प्रोटीन युक्त प्राकृतिक खाद्य उत्पादों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप अपने आहार में अंडे, चिकन, मछली, स्प्राउट्स और सभी प्रकार की दाल आदि को शामिल करें।

लाल मिर्च से लाभ:

ये सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लग सकता है लेकिन फ्रेंड्स आपको बता दें कि इसमें कैप्सैसिन नामक एक ऐसा तत्व होता है ऑर्थराइटिस, पिंडलियों जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में बहोत ही इफेक्टिव रोल प्ले करता है| इसलिए पिंडली के दर्द के दौरान इसका पेस्ट बनाकर दर्द वाले जगह पर लागाएं|  और फ्रेंड्स आप पेस्ट बनाने के लिए आधा टेबल स्पून लाल मिर्च को जैतून के तेल (गुनगुना) या नारियल के तेल में मिलाएं और एफ्फेक्टेड एरिया या पिंडलियों के दर्द वाले एरिया पर लगाएं। दो मिनट के बाद धो डालें।इससे आपका पैन बोहत जल्दी ही कम हो जायेगा|

एक्सरसाइज भी है जरूरी:

रक्त की कमी से मांसपेशियों में कड़ापन आने से उनमें दर्द होने लगता है। इसीलिए डेली एक्सरसाइज से इस समस्या से बचा जा सकता है। नियमित व्यायाम करने से रक्त वाहिनियों की सक्रियता बरकरार रहती है। नियमित एक्सरसाइज भले ही लोगों को महत्वपूर्ण ना लगे लेकिन इसकी वजह से रक्त की आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने में बहुत मदद मिलती है।

एप्पल साइडर विनेगर:

सूजन मोच या ऐंठन की वजह से अगर आपके पैरों में दर्द हो रहा है तो फिर इससे राहत पाने के लिए आप सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं| आपको बतादें की सिरका पैरों में होनेवाले दर्द का कारगर इलाज है| इसके लिए एक बाल्टी गर्म पानी में दो बड़े चम्मच सिरका मिलाएं और एक छोटा चम्मच सेंधा नमक मिलाये| अब इस पानी में अपने पैरों को करीब 20 मिनट के लिए डुबाकर रखे| इस नुस्खे से आपको तुरंत आराम मिलेगा|

सेंधा नमक:

सेंधा नमक पैरों के दर्द से निजात दिलाने का एक असरदार घरेलू नुस्खा है| इस नुस्खे को आज़माने के लिए एक टब में गर्म पानी डालें फिर उसमें 2-3 चम्मच सेंधा नमक मिलाएं| इसके बाद टब में अपने पैरों को 10 से 15 मिनट के लिए डालकर रखें| इससे आपको पैरों के दर्द से तुरंत आराम मिलेगा|

सरसों के बीज:

सरसों के बीजों का इस्तेमाल आमतौर पर शरीर से विषाक्त पानी निकालने, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए किया जाता है| इसके अलावा सरसों के बीज पैरों में दर्द और उसके सूजन को दूर करने के भी काम आता हैं| पैरों के दर्द से राहत पाने के लिए सरसों के कुछ बीजों को लेकर पीस लें और फिर इन्हें एक बाल्टी गर्म पानी में मिलाएं, फिर अपने पैरों को इस पानी में 10 से 15 मिनट के लिए डालकर रखें|

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